???? बिलासपुर, छत्तीसगढ़ | 30 जनवरी 2025
बिलासपुर जिले की तीन प्रमुख धान खरीदी मंडियों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। तखतपुर ब्लॉक के सेवा सहकारी समिति मार्य कुआं, सेवा सहकारी समिति मार्य केकती, और सेवा सहकारी समिति मार्य नगोई में किसानों से धान खरीदी के नाम पर मनमानी की जा रही है।
इन तीनों मंडियों के प्रबंधक निरंजन लाल कौशिक पर आरोप है कि वह वर्षों से पदस्थ रहकर अपनी मनमानी चला रहे हैं और किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं।
कैसे हो रहा है किसानों का शोषण?
???? धान तौल में गड़बड़ी – तौल के समय हर बोरी में आधा से 1 किलो धान अधिक लिया जाता है।
???? गिरा हुआ धान इकट्ठा कर बेचना – तौल के दौरान प्रत्येक बोरी से 1 किलो धान जानबूझकर गिरा दिया जाता है ताकि बाद में उसे इकट्ठा कर बोनस सहित ऊंचे दाम पर बेचा जा सके।
???? लाखों के बजट का गबन – मंडी समतलीकरण, तिरपाल, कांटा तार, रस्सी-सुतली, बाउंड्री वॉल आदि के लिए सरकार से लाखों का बजट आता है, लेकिन इसे सही तरीके से खर्च करने के बजाय खानापूर्ति कर हड़प लिया जाता है।
घोटाले का वीडियो सामने आने के बाद घबराए प्रबंधक
जब इस अवैध धान घोटाले का वीडियो बनाया गया, तो प्रबंधक निरंजन लाल कौशिक ने घोटाले के सबूत मिटाने की कोशिश की। वहीं, जब उनसे मंडी समतलीकरण के लिए आए बजट और खर्च की जानकारी मांगी गई, तो वह बचकाने बहाने बनाने लगे और मीडिया को कोई जवाब नहीं दिया।
क्या होगी कार्रवाई?
बिलासपुर जिले में धान खरीदी मंडियों में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई मंडियों में प्रबंधकों द्वारा किसानों से रिश्वत लेने और धान रिजेक्ट करने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि निरंजन लाल कौशिक के खिलाफ निष्पक्ष जांच होगी या मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?
⚠️ किसानों के हक की लड़ाई में जागरूक बनें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें!