कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा, दिए महत्वपूर्ण निर्देश

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बिलासपुर, 28 मई 2025
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच सुनिश्चित करने कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज मंथन सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्कूल एवं आंगनबाड़ी के सभी बच्चों का चिरायु योजना के तहत शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी बच्चा इस योजना के तहत मेडिकल जांच से वंचित न रहे।

पिछले वर्ष लगभग 20% बच्चे इस स्वास्थ्य परीक्षण से छूट गए थे, जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि चिरायु योजना के अंतर्गत गंभीर बीमार बच्चों को राज्य सरकार द्वारा मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है, जिससे पिछले वर्ष करीब 3,500 बच्चों का उपचार सफलतापूर्वक किया गया।

बैठक में सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता, डीईओ डॉ. अनिल तिवारी, डीपीओ सुरेश सिंह सहित सभी बीएमओ, डीपीएम एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।

संजीवनी वाहनों को लेकर सख्त निर्देश

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस वाहनों की सेवा पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि कॉल प्राप्त होते ही वाहनों को तत्काल मरीजों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने विलंब अथवा कॉल अटेंड न करने की स्थिति में संबंधित निजी कंपनी का लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी भी दी। फिलहाल जिले में इन योजनाओं के तहत 18 वाहन संचालित हैं।

आंगनबाड़ी और स्कूलों में एनीमिया जांच और पालक सम्मेलन का आयोजन

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पालक सम्मेलनों के दौरान बच्चों की एनीमिया जांच भी की जाए। साथ ही, आयुष्मान कार्ड की कवरेज बढ़ाने हेतु जिले के 42 कॉलेजों में विशेष शिविर लगाने की बात कही। उन्होंने युवाओं से इसमें सक्रिय भागीदारी की अपील की, क्योंकि टेक्नो-फ्रेंडली युवा अपने साथ दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हैं।

मौसमी बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी

बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से निपटने कलेक्टर ने अलर्ट जारी किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी मौसमी बीमारी की सूचना तत्काल जिला प्रशासन तक पहुंचे, इसके लिए सरपंचों एवं सचिवों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर निगरानी रखी जाए।

जन औषधि केंद्र और संस्थागत प्रसव पर विशेष जोर

कोटा, मस्तुरी और तखतपुर सामुदायिक अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोलने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।

डायलिसिस सुविधा में जिला अस्पताल अग्रणी

सिविल सर्जन डॉ. गुप्ता ने जानकारी दी कि जीवनधारा योजना के अंतर्गत बिलासपुर जिला अस्पताल में प्रतिदिन 13 मशीनों से करीब 50 मरीजों का डायलिसिस किया जा रहा है, जिससे अस्पताल राज्य में अव्वल स्थान पर है।

कलेक्टर ने अंत में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याएं भी सुनीं और जल्द समाधान का आश्वासन दिया।


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