कलेक्टर ने किया ‘घरौंदा’ के नये भवन का शुभारंभमानसिक रोगियों के लिए आजीवन देखभाल और इलाज की उत्तम व्यवस्था

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बिलासपुर, 28 जनवरी 2025:
समाज कल्याण विभाग की घरौंदा परियोजना के पुरुष आश्रय भवन का आज विधिवत लोकार्पण बिलासपुर के कलेक्टर श्री अवनीश शरण द्वारा किया गया। यह नया आवासीय भवन तिफरा स्थित अंधमूक एवं बधिर शाला परिसर में बनाया गया है, जिसमें 25 मानसिक रोगियों के रहने और देखभाल की पूरी व्यवस्था की गई है।

सुबह 10 बजे आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर श्री शरण और नगर निगम आयुक्त श्री अमित कुमार ने फीता काटकर भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने भवन का निरीक्षण किया और खासतौर पर रसोई, फिजियोथैरेपी कक्ष और प्रसाधन सुविधाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने लाभार्थियों से उनकी दिनचर्या, भोजन, वस्त्र और इलाज के संबंध में चर्चा की और मिठाई एवं नाश्ते का वितरण भी किया।

हाई कोर्ट के निर्देश पर बेहतर व्यवस्था:
गौरतलब है कि घरौंदा परियोजना को लेकर माननीय हाई कोर्ट बिलासपुर ने जिला प्रशासन को उचित प्रबंधन और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। इसके तहत पुरुष और महिला मानसिक रोगियों के लिए अलग-अलग भवन तैयार किए गए हैं। महिला आश्रय भवन का उद्घाटन कुछ माह पूर्व आश्रयदत्त कर्मशाला परिसर में किया गया था, जिसमें 25 महिलाओं के रहने की व्यवस्था है।

संस्थान की विशेषताएं:
संयुक्त संचालक श्रीमती श्रद्धा मैथ्यू ने बताया कि फिलहाल 18 पुरुष मानसिक रोगी इस आश्रय में निवास कर रहे हैं। यह संस्थान 18 वर्ष से अधिक उम्र के मानसिक रूप से विकलांग लोगों को आजीवन निःशुल्क आश्रय, इलाज और देखभाल प्रदान करता है। समय-समय पर सेंदरी मानसिक चिकित्सालय में इनका इलाज और दवाइयों की व्यवस्था की जाती है।

कार्यक्रम में उप नियंत्रक श्री हरीश सक्सेना, प्रोबेशन ऑफिसर सरस्वती रामेश्री, प्रशांत मोकसे, उत्तमराव माथनकर, विकास सेवा समिति के पदाधिकारी अंशु गौड़, रुमी दुबे और समाज कल्याण विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

इस पहल से मानसिक रोगियों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

कलेक्टर ने किया ‘घरौंदा’ के नये भवन का शुभारंभ
मानसिक रोगियों के लिए आजीवन देखभाल और इलाज की उत्तम व्यवस्था

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